MANGAL SINGH 30 Mar 2023 गीत देश-प्रेम देश प्रेम 22833 0 Hindi :: हिंदी
करने को आज मां का वंदन, जागो भारत के रघुनंदन। जागो भारत की वीरांगना, जागो भारत सिर का चंदन। जागो भारत की माटी तुम, जागो भारत की शीत लहर। जागो रातों का सन्नाटा, जागो गर्मी की चटक पहर। जागो जंगल के राजा तुम, और जागें सारे वनवासी। जागो दिल्ली के द्वार बड़े, और जागे वीरों की झांसी। जागो इस देश के वीर शहीद, और जागे हिमालय का ये शीश। जागो भारत की हरियाली, और जागे सूरज की लाली। जागो आकाशी बिजली तुम, और जागे बरसाती पानी। जागो नभमंडल के बादल, और जागे हर हिंदुस्तानी। अब सुनो सभी को चलना है, माता का वंदन करना है....2.×..। जागो माता सब द्वार खड़े, शीशों का लेकर हार खड़े....2×...। हो सकते हैं ये गरीब अमीर, हो सकते हैं ये सूरवीर। हो सकता है अम्बर का सिर, हो सकता है गंगा का नीर। हो सकती हिमालय की बहार, हो सकता दक्कन का पठार। हो सकता है ये अरब सागर, हो सकता हिंद महासागर। हो सकती हवा की ये गतियां, हो सकतीं हैं बहती नदियां। लद्दाख से लेकर कन्या तक, गुजरात से लेकर अरुणा तक, सभी वंदन करने आए हैं। अपने सभी शीश झुकाए हैं। माता वंदन स्वीकार करो, अपने बच्चों का उद्धार करो...2×...।