Komal Kumari 14 May 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत 6466 0 Hindi :: हिंदी
प्रेम ऐसा हो जो बिन स्वार्थ के हो ऐसा जो बिन छुए लेने की लालसा के हो। ऐसा जो बेशक दूर हो या पास हो बस मन में सच्चे प्रेम का भाव हो। प्रेम ऐसा जिसमें ना कोई बंदिश हो प्रेम में तो हर बंदीशे से भी नाकाम है। प्रेम ऐसा जिसमें ना कोई शक का छोटा सा भी कन हो प्रेम तो सिर्फ भरोसे का ही दूसरा नाम हो। प्रेम ऐसा जिसमें दोनों के विचारों की अहमियत हो प्रेम में हर चल भी नाकाम हो। प्रेम ऐसा जो किसी को अपवित्र ना करें प्रेम तो बस पवित्रता का ही परिणाम हो।
#Mujhko pasand hai khud Ko hi padhna ek kitab hai mujhmein Jo mujhe aajmati hai. @ham Apne jivan ka...