Chinta netam " mind " 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक सामाजिक 16327 0 Hindi :: हिंदी
//... कैसे हो भैया ...// क्या पुराना और क्या नया है भैया...? वैसे , ऐसे और कैसे हो भैया...? वही देते , वही बटोरतें...! वही चोर हैं और वही लुटेरे...! कुछ हैं मेरे , कुछ हैं तेरे...! अच्छे लोग , अच्छाई कर रहे...! गरीबों की खाली , झोली भर रहे...! पर एक तरफ , हैं लोग बुरे शाम पाकिटमारी , यहां कांटामारी है सुबह-सवेरे...! क्या नया और क्या पुराना है भैया...? वैसे , ऐसे और कैसे हो भैया...? चिन्ता नेताम " मन " डोंगरगांव (छ. ग.)