Manisha 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक दिल की बात, मन की बात, 7916 0 Hindi :: हिंदी
जिंदगी कभी इतनी छोटी सी लगती है कि पता नहीं चलता कि ये पल कब गुजर गए, अपने ही नाराज होने लगते हैं आज कल ये कैसा दिखवा है पैसा इतना बड़ा हो गया है कि उसके सामने कोई नजर नहीं आता रिश्ते दिखावे के हो गए भाई बहन की नहीं सुनता, के पिता की नहीं सुनता कोई रिश्तों को समझना ही जिंदगी है
Mujhe kavitayein likhna bahut acha lagta hai or padhna bhi bahut acha lagta hai...