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Rambriksh Bahadurpuri 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत #Ambedkarnagar Poetry#Rambriksh kavita#sampark kavita#prem per kavita #rambriksh Ambedkar Nagar 49875 0 Hindi :: हिंदी

कविता-संपर्क

क्यों टूट जाता है संपर्क
दूरी बन जाता है
सदा के लिए
अपनों से,

देखा है लोहे को तैरते
नाव के संपर्क से
अथाह गहरे
हौसलों से,

संपर्क ही करीब लाता है
मिला कर गैरों से
मिटाता दूरी 
सपनों से,

संपर्क ही कभी कभी
बदलता है संगत में
बन कर लत
बहकने से,


संपर्क से कुछ तत्वों के
पार्थिव शरीर होता
अमर कुछ
करने से,

बिगड़े हर काम सदा
बने संपर्क जन से
सज्जनों संग
रहने से,


क्या कविता हम लिखते
या कभी लिख पाते
बिन सामाजिक
संबंधों से,


संपर्क  ही  है रसों का
विभाव अनुभाव में
संचारी संग
मिलने से। 


रचनाकार- रामवृक्ष, अम्बेडकरनगर

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