Ujjwal Kumar 14 Jul 2023 ग़ज़ल अन्य गजल शेर लिखना कभी शौक हो ही नहीं सकता 7106 0 Hindi :: हिंदी
गजल शेर लिखना कभी शौक हो ही नहीं सकता बिना कारण के कोई बीमार हो ही नहीं सकता अपने दर्द और अनुभव को याद कर वो लिख रहा है आज लोगो को क्या पता वो सच मे कितना रो रहा है आज उनको भुलाने के लिए भी उनको ही याद कर रहा है वो जाके पूछो उससे है खाना फिर भी ना जानें क्यों भूखा सो रहा हैं वो ✍उज्जवल कुमार