मोती लाल साहु 05 Jun 2023 शायरी समाजिक यह मौसम यह नजारा- हसीन लगने लगा है अब- जब से देखा है- ख्वाहिश जाग गई है। 5869 0 Hindi :: हिंदी
जब से देखा है- ख्वाहिश जाग गई है- अब,, यह मौसम यह नजारा- हसीन लगने लगा है- अब....!!!! -मोती
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