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जात पात

Pankaj Kumar Boorakoti 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक # जात पात 13594 0 Hindi :: हिंदी

यह किस्सा है समाज का जहां हर जाति धर्म के लोग रहते हैं 
जो करते हैं बात कानून की जो नियमों को दोष दिया करते हैं
अक्सर होते हैं वही समाज के दोषी इस बात से वह अनजान रहते हैं
जहां काले रंग से है शिकवा और गोरे रंग से मोहब्बत है
जहां बेटी होने में लोग रोते हैं और फिर दुर्गा पूजा करते हैं 
ये किस्सा है समाज  का. 
लेखक पंकज कुमार बुड़ाकोटी 

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