Poonam Mishra 27 Apr 2023 ग़ज़ल प्यार-महोब्बत खुदा करे कि मोहब्बत में वह मकाम आए 10600 0 Hindi :: हिंदी
जब भी ठंडी हवा का झोंका मुझे छूकर गुजरती है l तब मेरा दिल बेचैन होकर न जाने क्यों तुम्हें ही याद करता है। तुम्हारे साथ गुजारे हुए पल को मैं भूल ही नहीं पाई अब तक उन पलों को याद करके! न जाने! दिल कितनी बार रोता है ? हर समय जो मेरे दिल में रहते थे न जाने वक़्त की यह कैसी हवा! चली है !आजकल वह अपने किए हुए हर वादे से मुकरते हैंl वह खुलेआम कहते हैं नहीं रिश्ता कोई हमारा तुमसे !हर जगह हर समय जो मेरी चर्चा करते थे? आप उनकी लफ्जों पर मेरा नामl तक नहीं खुदा !करे मोहब्बत में वह मुकाम आए वह मेरे लिए तड़पे हर समय ,हर पल ,और हम उन्हें भूल जाएंl इन हवा के झोंकों की तरह तुम मेरी जिंदगी में आए ! खुदा करे इन हवा के झोंकों की तरह ही तुमl मेरी जिंदगी से चले जाओl लेखिका पूनम मिश्रा