Abhijeet sharma 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य 86712 0 Hindi :: हिंदी
संकट के बादल जरूर आते है हिम्मत न खोने पर हट जाते है इसी तरह मेहनत करने वाले इन्सान एक दिन मंजिल जरूर पाते है तीन रंग का है ये तिरंगा सबकी आँखो का तारा हिन्दु बनाते हैं मंदिर और सिख बनाते गुरुद्वारा चांद ये अपनी किरणो रोशन करता अंधियारी रात सूर्य के ढल जाने से चमकता है देखो एक -एक तारा मोर पंख ये लगा है देखो श्री कृष्णा के मस्तक पे राधा नाम तो बसता है अब मनमोहन के रग - रग में श्याम बजाते जब भी बासुरी राधा दौड़ी चली आती है बंसी की धुन पे है नाचती सारी गोपिया पनघट पे writining by Abhijeet Sharma
Mai abhijeet sharma kanpur uttar pradesh se Mujhe likhna pasand hai...