AJAY ANAND 12 Apr 2023 शायरी दुःखद जिन्दगी, कदम , ठोकरें 5743 0 Hindi :: हिंदी
फूंक फूंक कर रखें है कदम फिर भी ठोकरें खाई है हमने..!😊😊 जिंदगी में कब क्या हो जाएं देखा नहीं है किसी ने..!!😊😊😋 अजय आनंद सुल्तानगंज भागलपुर बिहार
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