Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

क्यों राहों में भटकता है

Anshika Agrawal 30 Mar 2023 कविताएँ अन्य Motivational Hindi poem, प्रेरणादायी कविता, हिंदी कविता, उत्साहवर्धक कविता, हिंदी कविता संग्रह, inspirational poem 8443 0 Hindi :: हिंदी

है राही तू मंजिल का 
 तो क्यों राहों में भटकता है
है यकीन खुद में तुझे 
तो क्यों  दुनिया की सुनता है
लोगों के कहे में न जाने क्यों  पड़ता है
है जीत की चाह तुझे 
तो क्यों हारे मन से नहीं लड़ता है
है जज़्बा खुद किस्मत लिखने का 
तो क्यों दूसरों से उम्मीद रखता है
है राही मंजिल का तू
तो क्यों राहों में भटकता है

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

शक्ति जब मिले इच्छाओं की, जो चाहें सो हांसिल कर कर लें। आवश्यकताएं अनन्त को भी, एक हद तक प्राप्त कर लें। शक्ति जब मिले इच्छाओं की, आसमा read more >>
Join Us: