Samar Singh 17 Apr 2023 कविताएँ दुःखद जीवन का सत्य जो जान लेता है, फिर ये दुनियाँ कुछ इस तरह ही लगने लगती है। 6390 0 Hindi :: हिंदी
फिर भी दिल उदास है। कोई भी बात नहीं, फिर भी दिल उदास है। ना कोई छूटा है, ना दिल टूटा है, लगे कोई बिछड़ा खास है। कोई भी बात नहीं, फिर भी दिल उदास है।। नहीं कुछ खोया है, दिल क्यों रोया है। सब तो अपने पास है, । कोई भी बात नहीं, फिर भी दिल उदास है।। हर अपना संग है, फिर भी नहीं उमंग है। फिर किसकी तलाश है, कोई भी बात नहीं, फिर भी दिल उदास है।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "