Vipin Bansal 30 Mar 2023 कविताएँ राजनितिक 8082 0 Hindi :: हिंदी
कविता - ( ग़ज़ब ) नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब की बात !! जीतने से पहले सेवक ! जीतते ही सरताज !! नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब की बात !! याचक बनकर घर-घर जाँए ! भिक्षा में मांगे जीत !! जीतते ही फरियाद हमारी ! इनको लगती भीख !! भिक्षा ने ही बदले ! इन याचक के हालात !! नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब की बात !! मंदिर जाँए मस्जिद जाँए ! घूमे चारो धाम !! धर्म का मतलब नहीं पता है ! धर्म के ठेकेदार !! जनेऊ पहन याद आए ! इनको अपनी जात !! नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब बात !! असली मुद्दे सुलझ न पाए ! मुद्दों में ही हमको उलझाए !! मुद्दों की बनाके सीढ़ी ! जीत का परचम ये लहराए !! जीतेते ही यह मुद्दे ! जुमले वाली बात !! नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब की बात !! आंदोलन की चिंगारी ने ! बदल दिया इतिहास !! गरीबो को समर्पित ! गरीबो की सरकार !! लोकपाल का बिल ! गुज़रे पल की बात !! नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब की बात !! गुंडे और मवाली ! हो गए बेरोज़गार !! साईकल की सवारी ! अब हो गई बेकार !! गठजोड़ के संबंधो से ! बन न पाई बात !! नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब की बात !! लिख रही है लेखनि ! नहीं किया भेद भाव !! पार्टी नहीं चरित्र से ! होगा नव निर्माण !! नेक नियत नेक इरादे ! तब बदलेंगे हालात !! नेता जी की देखो ! क्या ग़ज़ब की बात !! विपिन बंसल