राणा प्रताप कुमार 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक 34353 0 Hindi :: हिंदी
जन जन का करे कल्यान। बनाये विपत्ती में काम आसान। मनुष्य सेवा करे इंसान। यही मानवता धर्म महान। ना जाँति न पाँति। ना भेद न भाँव। ना कोई अंधविश्वास। इसी में हैं सम्मान। हमे जीवन का प्रेरणा हैं। की दुसरो के काम आये। उच्च कर्म एंव संस्कार से। अपना जीवन सफल बनाये । सबसे रिश्ता एवं नाता। मानवता यही सिखाता। एसे गुण से बने चरित्रवान। जिससे भारत बने महान। लेखक -राणा प्रताप कुमार आजमगढ़, उत्तर प्रदेश। मो 0 न0 -7347379048