संदीप कुमार सिंह 14 Jun 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत रूप की रानी, प्यार की कहानी, जवां दिलों की धड़कन, मेरी आंखों का सुखद नजारा, स्वर्ग की अप्सरा, आई हो जमीं पर। 7335 0 Hindi :: हिंदी
रूप की रानी जवां दिलों की तुम धड़कन हो, तुम एक दिलकश सुखद रंग भरा नजारा हो। फूल तुम गुलाब की खुशबू बेमिसाल है, हुस्न तुम उगते सूरज की लालिमा लाजवाब हो। लबों पे तेरे ही चर्चों का बाजार है, तेरे हुस्न के तलबगार हजार है। लेकिन मुझ से न बढ़कर और कोई आशिक, तुम मेरी निर्मल आशिकी हो। तुम्हारी छवि की कल्पना में ही सुखद अहसास है, सामने आती हो तो झिलमिल सितारा चमकते हैं। मेरे विचारों की तुम अंतिम पंक्ति हो, तुम खूबसूरती की मनोहर युक्ति हो। स्वर्ग की तुम आलीशान अप्सरा हो, तुझ में एक स्वर्गिक चमत्कार है। जहां तुम हो वहीं आनंद है, जहां तुम हो वहीं संगीत है। स्वर्ग की अप्सरा तुझ में दिव्य प्रकाश है, तुझे यहां देख आज हैरत में आकाश है। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा) बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....