Gayatri yadav 30 Mar 2023 शायरी दुःखद जिंदगी में खुशी कम 88234 0 Hindi :: हिंदी
रात का कोई ठिकाना नहीं सुबह ठहेरता ही नहीं तपती हुई दोपहरी में खोई है, रास्ता कहीं खामौश हूं आज जिद्द मेरी जिंदगी बनी
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