संदीप कुमार सिंह 14 Sep 2023 कविताएँ देश-प्रेम मेरी यह कविता देश हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 10325 0 Hindi :: हिंदी
हिंदी हिंदुस्तान की,अनुपम है पहचान। सरल सरस भाषा यही,इसमें अदभुत ज्ञान।। हिंदी हिंदुस्तान की,बिंदी सम श्रृंगार। जाने यह संसार सब,सदा कराए प्यार।। हिंदी हिंदुस्तान की,रूप रंग दृढ़ मान। शक्ति एकता ढंग है,और दिव्य वरदान।। हिंदी हिंदुस्तान की,गौरव सौरव जान। बिन इसके बेजान हम,लड़े राम रहमान।। हिंदी हिंदुस्तान की,सुख समृद्धि में साथ। दुख में भी दे काम यह,करे मजबूत हाथ।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍️ जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....