Disha Shah 26 May 2023 कविताएँ समाजिक 4575 0 Hindi :: हिंदी
उदास मत हो तुम , आज गम है । तो कल सुख भी आएगा । चिंता मत करो तुम भरोशा करो खुद पे , अच्छे दिन आएँगे चिंता मत करो तुम तुम को जो करना है । वो करो लेकिन आगे बढ़ो तुम , उदास मत हो तुम इस दुनिआ में सब कुछ टेम्पररी है । चाहे वो सुख हो , या सुख हो टेम्पररी है ये समय चला जाएगा , इसकी परवाह मत करो तुम । आगे बढ़ो तुम , ज़िंदगी में अपने सपने को सच करो तुम , कुछ करो तुम , आगे बढ़ो तुम ।