Babu 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक जीवन जीने के तरीके 15431 0 Hindi :: हिंदी
चलो हम अपनी भारतीय संस्कृति में फिर लौट आते है,डैड को बाबूजी बनाते है,दादू को बाबा बनाते है, फ्रेंड को दोस्त बनाते है, फिर दोस्तो के साथ मुस्कुराते है, चलो हम अपनी भारतीय संस्कृति में फिर लौट आते है,मोबाइल छोड़ किताबो में दिल लगाते है भारत को विश्व गुरु बनाते है , चलो हम अपनी भारतीय संस्कृति में फिर लौट आते है।