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पता-वो पूछ रहे थे मेरे घर का पता

SACHIN KUMAR SONKER 09 May 2023 शायरी प्यार-महोब्बत GOOGLE सचिन कुमार सोनकर (पता) 4391 0 Hindi :: हिंदी

वो पूछ रहे थे मेरे घर का पता।
मैने उन्हें कुछ इस प्रकार बतलाया।
सूनी है सड़के गलियाँ भी सुनसान है।
ख़ामोशी का पहरा है, और तन्हाईयों का कोहरा है।
जिस घर में नही जल रहा कोई दीया, वही घर मेरा है।
सचिन कुमार सोनकर

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