मेरे इश्क़ पर सवाल हो गया-नीलम कुशवाहा
किसी के इश्क़ से हमें ऐतराज़ नहीं, और हमने दो – चार मुहब्बत की बातें क्या लिखी, तो सवाल हो गया | लोग एक को छोड़ दो-चार करते हैं, हमने एक पे मरना चाहा तो बवाल हो गया | लोग जिस्म के बाजार को इश्क़ इबादत समझते हैं, हमने इबादत को इश्क़ बना डाला तो, …