पिन्दु कुमार 12 Oct 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत भोली सी, प्यारी सी (प्रेम काव्य ) 10662 0 Hindi :: हिंदी
भोली सी, प्यारी सी वो मेरे दिल में रहती है । मुझसे बातें वो करती है ॥ साथ निभाने का वादा करती है । कभी रोती , कभी हँसती मेरे को अच्छा लगती है। साथ जिने का, साथ मरने का कसम खाते रहती है। खूब सूरत सी, प्यारी सी कोई नहीं वो मेरी प्रेमिका दिलवर जानी है । उससे दूर चले - जाने पे, खोया - खोया सा रहती है। भोली सी , प्यारी सी वो मेरे दिल में रहती है। कभी खुशी से, तो कभी गम में रहती है। आसमान में विचरण करने को हर वक्त कोशिश करते रहती है। नहीं किसी से डरती - वो प्यार है मुझसे करती है। यह फूल है, इसे काँटा न समझ लेना वो तुम्हारी प्रेमिका है, उसे किसी अजनवी न समझ लेना युवा लेखक -पिन्दु कुमार