Shivani singh 21 Aug 2023 कविताएँ अन्य 15972 0 Hindi :: हिंदी
राजाओं की कहानी बड़ी पुरानी, सिंहासन पर बैठकर शासन की रानी। राजधानी में महल की शोभा, दरबारों में हरियाली की सोभा। राजओं की बड़ी यात्राएं होती, विदेशों से आये गहनों से भरी। प्रजा के दरबार में बड़ा अदर, सुनते थे उनकी सुनहरी बातें प्यार। सम्राट या राजा, राज्य के श्रेष्ठ नेता, प्रजा की भलाई पर होते थे अविचक्ता। बड़े-बड़े युद्धों में जितना सम्मान, संघर्षों के बाद आता था समाधान। परिवार की सुरक्षा, राष्ट्र की रक्षा, राजाओं का धर्म रहा यही आधार। कितने ही उदाहरण दिलाते थे वो, भ्रष्टाचार से दूर रहकर करते थे प्रशासन। पर समय की धारा बदल दी थी सारी, ज़मीन से निकली ताकत, और नस्ल की परवाह। राजाओं की कहानी हो गई अब पुरानी, प्रजा के हाथों में है अब देश की नयी पहचानी।