Shivani singh 09 Jul 2023 गीत देश-प्रेम 6021 0 Hindi :: हिंदी
चंदन और गुलाबों की खुशबू, मिठासी बादलों की झिलमिलाहट, इस देश की संस्कृति की शान, हिन्दी भाषा की मधुरता है जहां। ज्ञान की गंगा बहती है यहां, विज्ञान के संगम पाती है यहां, सौरमंडल की आशा लेकर यहां, अंधकार को हर तरफ से हराती है यहां। अपनी धरोहर को यहां संजोकर, देश के वीरों को शिक्षा देकर, मातृभूमि को समर्पित यहां, हिन्दी भाषा हमारी जीवन-धारा है यहां। गीत और गद्य की माधुर्य से, भावों की अमृत वाणी बहती है यहां, विचारों की प्रवाह यहां जरूरी है, हिन्दी भाषा हमारी आत्मा की विवाह है यहां। शब्दों का जादू यहां मचाती है, आभासों को रंगीन बनाती है, खुशियों की गुच्छा यहां फूलती है, हिन्दी भाषा हमारे ह्रदय की ज्वाला है यहां। गर्व है हमें हिन्दी पर सदा, भारतीयता का प्रतीक है यहां, जो भी आए यहां चाहे कहीं से, हिन्दी भाषा उनकी पहचान है यहां। हर बच्चे को इसे सिखाएं, हर भाषा का सम्मान कराएं, हिन्दी को गर्व से आगे बढ़ाएं, हिन्दी भाषा की रक्षा कराएं। चंदन और गुलाबों की खुशबू, मिठासी बादलों की झिलमिलाहट, हिन्दी भाषा की मधुरता है जहां, यही हमारी प्रिय भाषा है हिन्दी, यहां।