मोती लाल साहु 16 May 2023 गीत समाजिक एक तरन्नुम उठ रही है दिल में मेरे, आ चलेंगे कहीं दूर इन वादियों में निर्झर बहती तो होगी दरिया वहां गाते तो होंगे पंछी वहां- सूरज की किरणों में खिलते तो होंगे सवेरा वहां- शाम ढले आती तो होगी चंदा वहां सितारों की दुनिया में बसेगा प्यार हमारा। 5011 0 Hindi :: हिंदी
एक तरन्नुम- उठ रही है दिल में मेरे आ चलेंगे कहीं दूर- इन वादियों में निर्झर, बहती तो होगी दरिया वहां गाते तो होंगे पंछी वहां आ चलेंगे कहीं दूर- सूरज की किरणों में, खिलते तो होंगे सवेरा वहां मैं गाऊंगा यह तराना आ चलेंगे कहीं दूर- शाम ढले आती तो होगी, चंदा वहां सितारों की दुनिया में बसेगा प्यार हमारा आ चलेंगे कहीं दूर- इन वादियों में एक तरन्नुम जब गाएंगे दिल से- खिलते रहेंगे बरसों यहां आ चलेंगे-आ चलेंगे-आ चलेंगे.... -मोती