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हमारी संस्कृति महान है

Shubham Kumar 30 Mar 2023 आलेख धार्मिक हमारी संस्कृति महान है 21390 0 Hindi :: हिंदी

हमें हमारी संस्कृति क्या क्या सिखाती है?

मेरी पूज्य संस्कृति।

मैं तुम्हें बार-बार नमन कर रहा हूं।
  कोई भी इंसान बड़ा कार्य को अकेले अंजाम नहीं दे सकता।
आपने रामेश्वर सेतु बांध बांधने के लिए।
बंदर सेना का निर्माण किए थे।
रावण से युद्ध करने के लिए भी तो ऐसा ही किए थे ना।
आपका नियति अच्छा था। आपका वह संदेश बहुत अच्छा था।

आजादी के आंदोलन में।
सभी लोगों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
क्योंकि हमारी संस्कृति भी यही कह रही थी?
और अंत में हमारी ही जीत हुई है। मेरी पूज्य संस्कृति एक बार फिर से आपको बार-बार नमन।


आपने बड़ों का आदर करना सिखाया है।

क्योंकि भगवान श्री राम?
शिव की आराधना किया करते थे।

आपने कोई भी कार्य को करने से पहले।
बड़ों की इजाजत लेना सिखाया है।
प्रभु श्री राम रावण से युद्ध करने से पहले।
भगवान शिव की आज्ञा ली थी।
यथा शिव की आराधना की थी।
एक बार फिर से आपको बार-बार नमन।


आपने जुल्म के आगे झुकना नहीं सिखाया।
आपने बताया कि पापियों को सजा देने का हक इंसानों को है। भगवान श्री कृष्ण- उन्होंने बताया कि हमें अपने हक के लिए लड़ना चाहिए।
हमें गुरु की सम्मान करना चाहिए।
हमे शिक्षा पर जोर देना चाहिए।
एक बार फिर से मैं उनको बार-बार नमन करता हूं।
आपने हमें उपचार की शिक्षा बताई ।

और हमने जड़ी बूटियों की महत्व को जाना।
क्योंकि प्रभु श्री राम-
आयुर्वेद के सहारे ही तो भाई लक्ष्मण को ,जीवनदान दिए थे ना।। आपने हमें अंधविश्वास में नहीं रखा। आपने अपनी दुआ से उनको ठीक नहीं किया। आपने उनको सामर्थ्य से ठीक नहीं किया। क्योंकि आपको जड़ी बूटियों की महत्व को बताना था? आपको संसार को अच्छा संदेश देना था। एक बार फिर से आप को कोटि-कोटि नमन। आपने इंसानों की दिनचर्या के लिए। योग शिक्षा का निर्माण किया है।
आपने हमारे मनोरंजन के लिए। सात सुरों की जानकारी दी है। नृत्य कला की भी जानकारी दी है।
एक बार फिर से आप को कोटि-कोटि नमन।
आपने बताया कि स्त्रियां विश्व विजेता हो सकती है।
उन्होंने ही तो संसार का निर्माण किया है।
काली मां ने हमें राक्षसों से बचाया।
हे जगत जननी जगदंबा मैं तुम्हें बार-बार नमन करता हूं मैं। आपने ही बताया कि विद्या की देवी मां सरस्वती है। आपने ही बताया कि धन की देवी महालक्ष्मी है।
आपने ही बताया कि शक्ति की देवी दुर्गा है।
आपने तो बहते हुए पानी को भी मां गंगा का नाम दिया।
आपने उगने वाले सूर्य को भी तो प्रशंसा की।
और उनको नमन करते हैं।
एक बार फिर से आप को कोटि-कोटि नमन। हमे गर्व है। अपनी महान संस्कृति पर।

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