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पहिए की हंसी पहिए तेरी हंसी मैं ना समझ पाया। आमोद या परिहास की बताया क्यों नहीं? हर रोज अतीव हंसना। शोभायमान नहीं।। पहिया कहता है - read more >>
लड़का: शुक्र है भगवान का इस दिन का तो मे कब से इंतजार कर रहा था। लड़की : तो अब मे जाऊ? लड़का : नही बिल्कुल नही। लड़की : क्या तुम मुझस read more >>
एक हास्य कविता ........ एक दिन दफ्तर से घर आते हुए पुरानी गर्ल फ्रेंड से भेट हो गयी ; और जो बीवी से मिलने की जल्दी थी वह ज़रा सी लेट हो गयी; ज read more >>
Aaj kal ke log accha to kya Bura bhi nahi sun paate, WO ISLIYA Kyouke hat me MOBILE or Kaan mea hand free hote h,,, read more >>
पूँछा घरवाली ने जो मैं बहुत देर से आया मुझे बताओ समय अधिक यह तुमने कहाँ लगाया मेरे मन में अगले पल एक ख़याल उभर आया जल्दी जल्दी मैंने उस read more >>
जीना इसी का नाम है.........😃😃 मेघा एक सरकारी दफ्तर में टाइपिस्ट थी । उसके हाथों की उंगलियां जब कंप्यूटर के "की बोर्ड" पर नर्तन करत read more >>
आँखों का है खेल निराला | सुन लो भैया सुन लो लाला || आँखों का काजल लुट जाये | तुमको पता नहीं चल पाये || चोट लगे तो आँखे रोतीं | नींद आये तो आँख read more >>
बड़ा ही महत्व है है ताला में चाबी का ,भय्या में भाभी का, मामा में मामी का, तो टिवी में बिवी का, बड़ा ही महत्व है,,,,, देखने में चित्रारंजन read more >>
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