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पंडित लख़्मीचंद

Sombir Sharma 30 Mar 2023 आलेख अन्य पंडित लख़्मीचंद 72225 0 Hindi :: हिंदी

जीते जी का मेल जगत में, मरे पे किसका दावा होवे सै
बात बीत जा, गए बखत का के पछतावा हो सै- पंडित लख़्मीचंद

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