उसका नाम रतन था, लोग उसे काबुलीवाला, इसलिए कहते थे, कि उसके मासूम दिल में, सबके लिए प्रेम था, और उसने एक दिन_ अपनी जाने निछावर कर दी_ यह दर् read more >>
यह लगभग, 40 वर्ष पहले की बात है,
वह गांव का प्रधान था, उनकी हुकूमत से, हमारा गांव के लोग, कांपते थे
सारा गांव का जमीन, उन्हीं का नाम था, आस-पा read more >>
प्रेस मीडिया वाला( टुनटुन लाल) सवाल कर रहे हैं_ और बगल में बैठे हैं_ चुटिया धारी बंडू ब्राह्मण) उनसे आज चर्चा होगी" जातियां के विषय में_ read more >>