कविता = ( कलयुग )
कथनी करनी में फ़र्क़ हुआ !
यह कलयुग का प्रभाव !!
कर्म हुए दानव जैसे !
बातों से भगवान !!
भगवा भी बदनाम हुआ !
भगवे में शैतान read more >>
कविता = ( कामना )
कामनाओं के हो गए सारे ग़ुलाम !
कामनाओं ने ले लिया ग़रज़ का नाम !!
मन घोड़े पर कामना सवार !
मन घोड़े की पकड़ी लगाम !!
पेट दिया त read more >>
कविता = ( किरदार )
एक पर्दा है संसार !
हम सब हैं एक किरदार !!
अदाकार की अदाकारी !
देख रहा वो बैठा पार !!
ख़त्म न होती यहाँ कहानी !
बस बदलते हैं क read more >>
कविता ( गिला )
रब से न कोई गिला !
जो मिला सही मिला !!
फ़क़ीरी में, मैं हूँ पला !
फ़क़ीरी का भी हो भला !!
फ़क़ीरी से ही सीखा हूँ !
जीने की हर कला read more >>
कविता = (‌ विधि )
देखा किसी ने ना !
लेखा विधि का !!
फिर भी रहा तू !
यहाँ अजनबी सा !!
क्यों न हुआ तू !
यहाँ है किसी का !!
देखा किसी ने ना !
लेखा विध read more >>
⭐ कविता = ( अदाकारी )
सीख न पाया मैं अदाकारी !
मेरी गलती मुझ पर भारी !!
मेरे ख़ूॅं में नहीं ग़द्दारी !
मिली विरासत में ख़ुद्दारी !!
अब चला दौ read more >>