शायर का ये जो, ख़िताब है !
मेरे उस्ताद मेरे हालात हैं !
तालीम से रहा महरूम !
गम बेहिसाब है !
गमों ने ही नवाजा ये ख़िताब है !
तजुर्बा ए दौलत read more >>
ये गज़ल दुनिया की सबसे छोटी दो मात्राओं बाली गज़ल हैं . प्रायोगिक गज़ल श्रेणी मे लिखी ये गज़ल केवल एक चरण या अरकान (2 मात्रा) पर लिखी हैं . read more >>