Samar Singh 21 Sep 2023 गीत समाजिक बारिश में प्रकृति की सुंदरता का क्या कहना। 13475 0 Hindi :: हिंदी
बादल छाया, क्या मौसम लाया, दिन को सुहाना शाम बनाया। ये बारिश की बूँदे, दिल को छू दे। सिहरन सी है रोम- रोम में, धड़कन में कोई कूदे। पत्तों पे गिर- गिर के, कोई धुन है गाती। हथेली पर गिर के, घुंघुरू की आवाज़ सुनाती। गालों पे गिर के, सबको दिवाना बनाया। बादल छाया, क्या मौसम लाया। छाया है एक नशा, हरपल मौसम हंसा। फसलों पे जैसे, सावन है बसा। मन जिसके लिए तरसे, आज खजाने से मोती बरसे। सुंदर ये नजारा, रेंगती पानी की धारा। सब हो जाए पागल, ऐसा गीत किसने गाया। बादल छाया, क्या मौसम लाया।। रचनाकार- समर सिंह " समीर G "