मोती लाल साहु 30 Mar 2023 कविताएँ समाजिक यह संसार एक मंजर दो अति प्रिय हम सफर सत्य और असत्य,राह है बड़ा मनोरम।। 8799 0 Hindi :: हिंदी
संसार है एक मंजर, दो साथी हम सफर। राह है बड़ा मनोरम, प्रिय हैं सत्य-असत्य।। मोती-
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