Raj Ashok 30 Mar 2023 कविताएँ देश-प्रेम मिट्टी 8527 0 Hindi :: हिंदी
तेरी बाहों ,में सोने कि चाहत ने, मुझे , सरहद, का सिपाही बना दिया । उस मिट्टी के लिए , मै मिट्टी हो गया, जिस, मिट्टी को तुम अपनी 'माँ' कहते हो ।
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Jai jai ho...