Karan Singh 30 Mar 2023 कहानियाँ समाजिक Ram/जय श्री राम/धार्मिक महत्व/सपनों का सौदागर.... करण सिंह/ Karan Singh/सामाजिक/चुभन/कहानी/गरीब महिला/भक्ति/व्यर्थ इच्छा/भक्त रविदास/प्रेरक कहानी* 👌*आत्मबोध* 💐प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर.... करण सिंह💐/आत्मबोध/*🌷प्रेरक कहानी...*💐सुखिया और दुखिया*💐 **प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह**/दुखिया और सुखिया/कहानी/सपनों का सौदागर करण सिंह/सपनों का सौदागर/ 11954 0 Hindi :: हिंदी
💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *🌷प्रेरक कहानी...*💐सुखिया और दुखिया*💐 **प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह** 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 👌सुखिया और दुखिया 👍👌 बहुत समय पहले की बात है जंगल के करीब एक गाँव में दुखिया और सुखिया नाम के दो लकड़हारे रहते थे. एक सुबह जब वे जंगल में लकड़ियाँ काटने गए तो उनकी आँखे फटी की फटी रह गयी. लकड़ी की तस्करी करने वाली गैंग ने बहुत सारे पेड़ काट दिए थे और बड़े-बड़े ट्रक्स में लकड़ियाँ भर ले गए थे. ये देखते ही दुखिया क्रोधित हो गया, “देख सुखिया क्या किया उन तस्करों ने… मैं उन्हें छोडूंगा नहीं…. मैं गाँव के हर घर जाऊँगा और इस घटना की शिकायत करूँगा… क्या तुम भी मेरे साथ चलोगे…” “तुम चलो मैं बाद में आता हूँ.”, सुखिया बोला. “बाद में आता हूँ??? क्या मतलब है तुम्हारा इतनी बड़ी घटना हो गयी और तुम हाथ पे हाथ धरे बैठे रहोगे… चल के सबको इसके बारे में बताओगे नहीं?”, दुखिया हैरान होते हुए बोला. 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *🌷प्रेरक कहानी...*💐सुखिया और दुखिया*💐 **प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह** 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 “जो मन करे वो करो.. मैं तो चला…, और फ़ौरन दुखिया गाँव के प्रधान के पास जा कर बोला, “आप यकीन करेंगे उन दुष्टों ने रातों-रात सैकड़ों पेड़ काट डाले… मैं कुछ नहीं जानता उन्हें सजा मिलनी ही चाहिए….किसी भी तरह से उनका पता लगाइए और उन्हें पुलिस के हवाले करिए…” और इसके बाद दुखिया घर-घर जाकर यही बात बताने लगा और साथ में सुखिया की भी शिकायत करने लगा कि इतना कुछ हो जाने पर भी उसे कोई फर्क नहीं पड़ा और वो इसके लिए कुछ भी नहीं कर रहा है. गाँव वाले भी क्या करते उसके बात सुनते और ढांढस बंधा कर अपने-अपने काम में लग जाते. ये सब करते-करते शाम हो गयी और दुखिया अपने घर लौट आया. 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *🌷प्रेरक कहानी...*💐सुखिया और दुखिया*💐 **प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह** 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 अगली सुबह वह फिर से सुखिया के पास गया और कहा, “आज मैं इस घटना की शिकायत करने कोतवाली जा रहा हूँ…क्या तुम नहीं चलोगे?” “मैं चलना तो चाहता हूँ पर क्या हम दोपहर को नहीं चल सकते?”, सुखिया बोला. “समझ गया… तुम टाल-मटोल कर रहे हो मैं अकेले ही चला जाता हूँ…”, और दुखिया गुस्से में वहां से निकल गया. अगली सुबह दुखिया के दिमाग में आया कि इस घटना को लेकर गांधी चौक पर धरना दिया जाए…. और वह अपनी योजना लेकर सुखिया के घर पहंचा. “खट-खट खट-खट”, दुखिया ने सुखिया को आवाज़ देते हुए दरवाजा खटखटाया “बापू जंगल गए हैं!”, अंदर से आवाज़ आई. दुखिया मन ही मन सोचने लगा कि ये सुखिया भी कितना पागल है… अब जब हमारे मतलब के पेड़ ही नहीं रहे तो वो जंगल में क्या करने गया है! 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *🌷प्रेरक कहानी...*💐सुखिया और दुखिया*💐 **प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह** 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 वह फ़ौरन सुखिया को बुलाने के लिए जंगल की ओर बढ़ गया. वहां पहुँच कर उसने देखा कि सुखिया उस जगह को साफ़ कर उसमे नए पेड़ लगा रहा है. दुखिया बोला, “ये क्या कर रहे हो? अभी बहुत से लोगों को इस घटना के बारे में पता नहीं चला है…. और तुम यहाँ नए पेड़ लगाने में समय बर्बाद कर रहे हो… क्यों कर रहे हो ऐसा?” “क्योंकि बस शिकायत करने से पेड़ वापस नहीं आ जायेंगे!”, सुखिया बोला. #शिक्षा:- *मित्रों, कुछ बुरा होने के बाद जो काम सबसे आसान होता है वो है शिकायत करना. और शायद इसीलिए हर कोई इस आसान काम को करने में ही लगा रहता है. कुछ हद तक ऐसा करना सामान्य भी लगता है पर समस्या ये है कि हम बस यही करने में अपनी पूरी शक्ति… अपना पूरा ध्यान लगा देते हैं…हम ये नहीं सोचते की जो समस्या पैदा हुई है उसके समाधान में हम खुद क्या कर सकते हैं…* 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *🌷प्रेरक कहानी...*💐सुखिया और दुखिया*💐 **प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह** 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *_क्या गली में कचरा फैलने पर हम खुद एक डस्टबिन लगा सकते हैं?_* *_क्या जंगल कटने पर हम पेड़ लगा सकते हैं?_* - - 🚩🚩🚩🚩🙏🙏🙏🙏 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐 *🌷प्रेरक कहानी...*💐सुखिया और दुखिया*💐 **प्रस्तुतकर्ता-सपनों का सौदागर....करण सिंह** 💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐💐