ब्राह्मण सुधांशु "SUDH" 30 Mar 2023 कविताएँ हास्य-व्यंग प्यार, मोहब्बत, इश्क़, जीवन 16229 0 Hindi :: हिंदी
फेसबूक की मोहब्बत हाए री ये अकल्पनीय मोहब्बत यूही स्वाइप करते करते अनगिनत मित्र अनुरोध भेजना फिर उनमे से चंद नए अनजाने मित्र बन जाना सबको बारी बारी ग्रीटिंग भेजना फिर धीरे धीरे आप से तुम मे और तुम से बाबू शोना बेबी इन सब सम्बोधन मे पहुच जाना चंद दिन ऎसे ही बाबू शोना को थाना खिलाना और कुछ दिन बाद फेसबूकिया मोहब्बत मे एक दूसरे को कसमे खिलाना उन्ही कसमों का दिलासा ख़ुद को दे कर उस नए रिश्ते पर यकीन कर लेना और यकीन भी ऎसा जिसमे बार बार एक दूसरे की मित्रसूचि खंगालना फिर छोटी छोटी मगर मोटी बुद्धि वाली बातो पर लड़ना🤣 अरे ये नया लड़का कौन एड हुआ है तुम कैसे जानती हो इसे तुमने क्या बात करी इससे इत्यादि वार्तालाप करके लड़ाई लाना और बिना मतलब के शक करना फिर शुरूआत मे कुछ घंटे फिर कुछ दिन दोनो का रूठ जाना फिर किसी एक का मनाना और दूसरे का नखरे दिखाना कितनी रोमांटिक लग रही है ना ये बातें 🤣 धीरे धीरे कुछ महीने या कुछ साल ऎसे ही बीतना और फिर मेड़ फॉर ईच अदर टाइप वाली लंबी लंबी बाते फ़ेकना 1 दिन बात और चार पांच दिन के लिए तलाक होना फिर इन्ही चार दिनों की लड़ायी मे अचानक से किसी अन्य अपरिचित का फेसबूक पर एड हो जाना टूटे हुए अल्पकालीन तलाकशुदा का हमदर्द बन जाना टूटे हुए उस अल्पकालीन रिश्ते को पूर्णता अल्प विराम लगाने की कोशिश मे लगे रहना और उस हमदर्दी का परम मित्र मे परिवर्तित हो जाना दोनो बाबू शोना का हमदर्दी की वजह से रिश्ता खत्म होना और उस हमदर्दी का बाबू शोना वाला अकल्पनीय मोहब्बत का विस्तार पूर्णता तलाकशुदा से होना और यही प्रक्रिया बिना किसी कल्पना के निरंतर चलते रहना सच मुच ये एक ऎसी अकल्पनीय मोहब्बत है जो इस फेसबूक की दुनिया के काफी लोगो ने पायी है!! नोट:- ये कल्पना सच्ची बातो पर अधारित है,,, जो मेरे कई मित्रों के साथ घट चुकी है.. मेरी लाइफ पाक एवं पवित्र है इसमे किसी भी फेसबूक मोहब्बत का कोई भी स्थान कभी भी रिक्त नहीं रहा है!! 🤣🤣