राकेश 13 Jun 2023 कविताएँ समाजिक भरोसा, विश्वासघात, धोखा, 6209 0 Hindi :: हिंदी
हम नहीं तोडेंगे किसी का भरोसा, इस बात का है हमें अपने चरित्र पर भरोसा। उम्मीद से चलती दुनिया, उम्मीद का दूसरा नाम भरोसा, थम जाएगी की दुनिया, एक दूजे का थोड़ा अगर हमने भरोसा। जो करे भरोसा उसके भरोसे पर खरे उतरना, फिर नहीं तोड़ेगा वह आपका भरोसा।