REETA KUSHWAHA 30 Mar 2023 कविताएँ प्यार-महोब्बत दोस्त कह लेती हूं 7996 0 Hindi :: हिंदी
बहुत अपना है वो, और पराया भी बहुत है अपना इतना कि उससे मन की कह लेती हूं याद आने पर उसकी मुस्कुरा भी लेती हूं और रो भी लेती हूं और पराया इतना कि क्या बताऊं किसी को कोई नही समझेगा कौन लगता है वो मेरा पर मैं उसे अपना दोस्त कह लेती हूं ✍️रीता कुशवाहा ✍️