Kirti singh 29 May 2023 कविताएँ अन्य ए दिल जिंदगी हंसकर काटनी है या रोंकर यह हिसाब तुझ पर है छोड़ा 11063 0 Hindi :: हिंदी
ए दिल जिंदगी हंसकर काटनी है या रोंकर यह हिसाब तुझ पर है छोड़ा,आंसू पीकर प्यास बुझानी है या पानी पीकर यह हिसाब तुझ पर है छोड़ा ,जिंदगी के स्टेज पर तुझे है कला दिखाना या स्टेज से है पीछे भाग जाना ऐ दिल यह हिसाब तुझ पर है छोड़ा ए दिल लोगों की जली कटी सुनकर खुद को है तोड़ना या जोड़ना यह हिसाब तुझ पर है छोड़ा ,किसी के चले जाने पर खुद को है मिटाना या कुछ रिश्तो की खातिर अपने आपको है बचाना यह हिसाब तुझ पर है छोड़ा, जिंदगी है छोटी सी जो है मां की कर्जदार उस कर्ज को है जीवन जी कर निभाना या मर कर यह हिसाब तुझ पर छोड़ा, जिंदगी की कसौटी पर है खड़े रहना या बैठ जाना ए दिल यह हिसाब तुझ पर है छोड़ा ।✍️kirti singh