Kirti singh 27 Jun 2023 कविताएँ अन्य 10759 0 Hindi :: हिंदी
झूठ के हैं बहुत जुबान पर सच तू कभी झुकना , तेरे अपने ही हो जाएंगे तेरे सच के खिलाफ पर सच कभी तू झुकना नहीं , ईमानदारी के पथ पर हो जो तुम चले उस पथ से कभी भटकना नहीं ,चालबाजो को उनके ही जुबान में देखकर जवाब पर झूठ के उस जुबान को अपने दिल में कभी बसने देना नहीं । झूठ के हैं बहुत जुबान पर सच तू कभी झुकना नहीं |