Shiwani vishwakarma 20 Jul 2023 कविताएँ अन्य नयी शुराआत, नयी आगाज 6608 0 Hindi :: हिंदी
चलो ना नयी शुरुआत करते हैं, जो हो चुका उसे भूलकर नयी आगाज करतें हैं, रात के बाद सवेरा तो होगा ना, क्यो ना उस सवेरे का इन्तजार करते हैं, प्रयास तो कई किए, क्यो ना फिर एक प्रयास करतें हैं, चलो ना नयी शुरुआत करते हैं।। @sivi_vish