राकेश 03 Jun 2023 कविताएँ समाजिक खुशी, छोटी छोटी खुशियां, खुशी और दुख 13364 0 Hindi :: हिंदी
खुशी करती है अधिक दुखी, खुशी पाने के चक्कर में दुनिया है दुखी, फिर भी खुशी चाहिए स्त्री पुरुष को अभी। खुशी के बिना जीना दुनिया कहती है मुश्किल, दुनिया यह तो सोचे खुशी को पाना है संयम से मुमकिन, और छोटी छोटी खुशियां है, हमारे पास हर दिन।