राकेश 20 Aug 2023 कविताएँ समाजिक पछतावा 5868 0 Hindi :: हिंदी
पछतावा देता है, ज्यादा दुख, किसी को दुख देना है, काम फिजूल किसी को दुख देकर पछतावा होगा जरूर, क्रोध में टूट जाते है, महापुरुषों के भी जीवन जीने के असूल। खुद सब की सही गलत बातें करें कबूल, फिर शांति सुकून मिलेगा आपको खूब, पछतावे से रहेंगे दूर, जीवन जीने का बनाए यह असूल।