Jyoti yadav 14 Oct 2023 गीत धार्मिक कल ही तो नवरात्रि का त्योहार है 6589 0 Hindi :: हिंदी
मन में खुशी आंखों को इंतजार है कब आओगी मां कल ही तो नवरात्रि का त्योहार है आपने हमसे वादा किया था कम नहीं हद से ज्यादा किया था थपकियां देकर गोद में सूलाओगी और हां एक दिन पहले आओगी अब आ भी जाओ ना देखो कितनी अकेली हूं हंसना तो भूल गई मां बस तेरे ही आंगन में खेली हूं आज जी भर कर हंसना चाहतीं हूं बहुत कुछ कहना चाहती हूं फिर से बुला लो मां वही जहां मेरे खुशियों का संसार है कब आओगी मां कल ही तो नवरात्रि का त्योहार है ज्योति यादव के कलम से ✍️ कोटिसा विक्रमपुर सैदपुर गाजीपुर