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दूसरों की जद में-हे अजीब शख्सियत अपनी

Swami Ganganiya 30 Mar 2023 शायरी अन्य दूसरों की जद में,Hindi shayri 87527 0 Hindi :: हिंदी

🌸      🌸       🌸
हे अजीब शख्सियत अपनी
हे अगर गुमान थोडा कही खुद में।
लाख कोशिशें की हमने
के वो रहे हमेंशा अपनी हद में।
पर वो नजर आता रहा
हमें हमेंशा दूसरों की जद में।...
🦋 स्वामी गंगानिया 🦋
मतानतनगर -बुढसैंनी
  बागपत(उ०-प्र)

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