Join Us:
20 मई स्पेशल -इंटरनेट पर कविता कहानी और लेख लिखकर पैसे कमाएं - आपके लिए सबसे बढ़िया मौका साहित्य लाइव की वेबसाइट हुई और अधिक बेहतरीन और एडवांस साहित्य लाइव पर किसी भी तकनीकी सहयोग या अन्य समस्याओं के लिए सम्पर्क करें

शेर

Phool Jahan 07 May 2024 शायरी प्यार-महोब्बत 2262 0 Hindi :: हिंदी

रस्म उल्फत की यह एक गुना में हर बार करूं। 
तू यूं ही सामने बैठ रहे और मैं तेरा दीदार करूं। 
लोग यूं ही समझते रहे बेवफा मुझको हरदम।
तू मिलने ही ना आए और मैं तक तेरा इंतजार करूं।

Comments & Reviews

Post a comment

Login to post a comment!

Related Articles

मेरे नजर के सामने तुम्हारे जैसे बहुत है यहीं एक तू ही हो , मोहब्बत करने के लिए यह जरूरी तो नहीं read more >>
मीठी-मीठी यादों को दिल मैं बसा लेना जब आऐ हमारी याद रोना मत हँस कर हमें अपने सपनों मैं बुला लेना read more >>
Join Us: