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तुझ बिन मेरा ठाँव कहाँ है तुझ बिन मेरा ठाँव कहाँ है ? अनजाना पथ धूल धुआँ है भटकाने को रात जवां है देख मुझे बाँहों में भर ले ऐसा read more >>
वह मेरा संसार नहीं है । जहाँ हँसे बिन दिन ढल जाए । रात आँसुओं में गल जाए । टूट गिरें तारे यह कहकर, नील गगन में प्यार नहीं है । वह मेरा… read more >>
ओ दीप ! तुझे मन टेर रहा है । प्यासे मृग-सी अँखियाँ लेकर पवन-पथिक को चिट्ठियाँ देकर पथ भटके बंजारे के ज्यों पल-पल रस्ता हेर र read more >>
दिल के घर में तुझ को बिठाकर, पलकों के दरवाजे में बंद कर लेंगे, आंखों में काजल की तरह समा लेंगे। read more >>
दिल के घर में तुझ को बिठाकर, पलकों के दरवाजे में बंद कर लेंगे, आंखों में काजल की तरह समा लेंगे। read more >>
अपने दिल में पनहा दी हमने, अपनी सांसों में वसा लिया हमने, अपनी आंखों में छिपा लिया हमने। read more >>
दीपू , अनु से बहुत प्यार करता था. दीपू ने अनु को एक दिन प्रपोज़ किया.. अनु :- बोलती हे जितनी तेरी एक महीने की कमाई है, उतना मेरा हफ्ते का खर्च read more >>
उजडे हुऐ चमन की पहचान हो गये हम एक खुशनुमा चेहरे की मुस्कान हो गये हम हम हो गये मेहमान किसी खुशनुमा जिगर के जब से मिली निगाहें कुर्वान read more >>
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