संदीप कुमार सिंह 24 Jun 2023 कविताएँ समाजिक मेरी यह कविता समाज हित में है। जिसे पढ़कर पाठक गण काफी लाभान्वित होंगें। 4600 0 Hindi :: हिंदी
(रोला छंद) होत जगत में नाम,सदा गौरव में भारत। घर घर शिक्षित आज,शुद्ध रखिए हर आदत।। जिएं जिन्दगी खास,ज्ञान का लें अब भिक्षा। करिए सदा प्रचार,सभी को हो अब शिक्षा।। (स्वरचित मौलिक) संदीप कुमार सिंह✍🏼 जिला:_समस्तीपुर(देवड़ा)बिहार(
I am a writer and social worker.Poems are most likeble for me....