एक गांव में एक आदमी था जिसका नाम रामू था। रामू बहुत ही आलसी और सुस्त था। वह हर रोज़ सोने के बाद देर से उठता था और अपने कामों को टालता रहता read more >>
(Verse 1)
तेरी दोस्ती में खुद को मिला हूँ,
मुस्कानों के फूल खिला हूँ।
जीवन के सफर में बनी है ये राह,
सबको यहाँ प्यार से गले लगाता हूँ।
(Chorus)
दो read more >>